यूफोरिया चैप्टर पार्थ से अहमदाबाद की सरज़मीं रोशन

यूफोरिया चैप्टर पार्थ से अहमदाबाद की सरज़मीं रोशन

अहमदाबाद, 13 अक्टूबर, 2025: यूफोरिया चैप्टर पार्थ 11 और 12 अक्टूबर, 2025 को अहमदाबाद में लाइव एंटरटेनमेंट में एक नई क्राँति का गवाह बना, जिसने साथ संगत, द वेन्यू ऑफ ओकेज़न को एक जीवंत कैनवास में बदल दिया। एफ.आर.ए.पी.पी.ए. से आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त यह दुनिया का पहला हेक्साइमर्सिव-टीएम कॉन्सर्ट था, जिसे फिल्ममेकर और संगीतकार ऋतुल ने तैयार और निर्देशित किया। इस नए फॉर्मेट ने दर्शकों को कहानी, संगीत और फिलोसॉफी के माध्यम से एक अनोखी मल्टीसेंसरी यात्रा का अनुभव कराया।

दो रातों में, जो कि सोल्ड-आउट रहीं, दर्शकों ने देखा कि छह विशाल स्क्रीन कैसे सिंक्रनाइज़ होकर अलग होतीं, फिर मिलतीं और ऐसा एहसास करातीं, जैसे जगह की कोई सीमा ही नहीं है। 90 मिनट के दौरान डांसर्स, वोकलिस्ट्स और विज़ुअल सीक्वेंसेस ने मिलकर दर्शकों को आध्यात्म, टेक्नोलॉजी और मानव चेतना पर विचार करने के लिए प्रेरित किया। शो का विशाल आकार और हर बारीकी ऋतुल के वर्षों के अनुभव और शोध को दर्शाती है, जिन्होंने अपने शुरुआती दिनों से गुजरात के सबसे युवा फिल्ममेकर के रूप में यह समझा कि कैसे साउंड और विज़ुअल्स मिलकर भावना का सृजन कर सकते हैं।

परफॉर्मेंस के बाद, यूफोरिया के फाउंडर ऋतुल ने कहा, यूफोरिया एक जीवंत प्रयोग है कि कहानी कहने का अनुभव कितना जिंदादिल हो सकता है। यह ध्वनि, गति और कल्पना को जोड़कर दर्शकों को इस बात का एहसास कराता है कि कला हमारे भीतर कितना कुछ जगा सकती है। अहमदाबाद में इस कॉन्सर्ट की ऊर्जा अविश्वसनीय थी; दर्शक कहानी का हिस्सा बन गए, किसी कलाकार के लिए इससे बड़ा इनाम और क्या ही हो सकता है।

अहमदाबाद में यूफोरिया चैप्टर पार्थ के दूसरे आयोजन ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि शहर में परफॉर्मेंस आर्ट में नई सोच और नवाचार का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। हर जगह इसे पूरी तरह नए सिरे से तैयार किया गया और हेक्साइमर्सिव-टीम सेटअप करीब 10,000 स्क्वैयर फीट में फैला था, जिसमें सिनेमा, थिएटर और लाइव म्यूजिक को एक साथ पेश किया गया। इस शो में ऋतुल  के #100Weeks100SongsChallenge (100 वीक्स 100 सॉन्ग्स चैलेन्ज) के 17 ओरिजिनल  गाने शामिल थे, जिनमें पौराणिक कथाएँ, भारतीय इतिहास और आज के सामाजिक विचारों को नृत्य और शानदार विज़ुअल्स के साथ दिखाया गया। दोनों रातें स्टैंडिंग ओवेशन के साथ समाप्त हुईं, और दर्शकों ने इसे भारत में अब तक के सबसे अनोखे और यादगार लाइव शोज़ में से एक बताया।

यूफोरिया की शुरुआत एक रचनात्मक प्रयोग के रूप में हुई थी और अब यह एक ऐसा आंदोलन बन गया है, जो दर्शकों के कला अनुभव को पूरी तरह नया रूप दे रहा है। तकनीक और भावना को जोड़कर बनाए गए इस मंच ने नए शहरों में कदम रखा है, और दर्शकों को सोचने, महसूस करने और हिस्सा लेने का मौका दिया है, जो आम शोज़ में संभव नहीं होता। इसका अगला अध्याय, यूफोरिया चैप्टर कलियुद्ध, 2026 में प्रीमियर के लिए तैयार है और इसमें इलेक्ट्रॉनिक ध्वनियों और पौराणिक प्रतीकों के माध्यम से मानव चेतना के संघर्ष को एक नए संगीत अनुभव के जरिए दिखाया जाएगा।

यूफोरिया का उद्देश्य है कि भारत को वैश्विक स्तर पर कलात्मक नवाचार और अनुभवात्मक प्रदर्शन में मान्यता दिलाई जाए।

यूफोरिया के बारे में

यूफोरिया एक विज़ुअल-स्टोरीटेलिंग कॉन्सर्ट है, और इसका दूसरा अध्याय पार्थ दुनिया का पहला हेक्साइमर्सिव-टीएम विज़ुअल-कॉन्सर्ट बनाने की वजह बना। इसे फिल्ममेकर, संगीतकार, गीतकार और दूरदर्शी ऋतुल ने तैयार किया है। सिनेमा, संगीत, थिएटर और नृत्य को मिलाकर हर अध्याय दर्शकों को एक मल्टीसेंसरी अनुभव देता है, जिसमें भारत के इतिहास, दर्शन और पौराणिक कथाओं को आधुनिक अंदाज़ में पेश किया जाता है। नवाचार, इमर्सिव डिज़ाइन और भावनात्मक कहानी पर ध्यान केंद्रित करके, यूफोरिया कहानी कहने और देखने के तरीके को पूरी तरह बदल रहा है।

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