सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने शुरू किया देशव्यापी HPV और कैंसर जनजागरूकता अभियान

- अहमदाबाद में चिकित्सा विशेषज्ञों ने मिलकर उठाई HPV से जुड़े कैंसरों के खिलाफ आवाज
राष्ट्रीय, 31 मई, 2025: “कॉनकर HPV एंड कैंसर कॉन्क्लेव 2025” का शुभारंभ आज अहमदाबाद में हुआ। यह देशव्यापी सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के नेतृत्व में चलाई जा रही है।
भारत में HPV (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) से संबंधित बीमारियों का बोझ अभी भी काफी अधिक है, विशेष रूप से गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) का कैंसर, जो देश की महिलाओं में दूसरा सबसे सामान्य कैंसर है। ICO/IARC इंफॉर्मेशन सेंटर ऑन HPV एंड कैंसर (2023) के अनुसार, भारत में हर साल 1.23 लाख से अधिक नए सर्वाइकल कैंसर के मामले सामने आते हैं और 77,000 से अधिक मौतें होती हैं। इसके अलावा, करीब 90% गुदा (एनल) कैंसर और 63% लिंग (पेनाइल) कैंसर भी HPV से जुड़े होते हैं।
अहमदाबाद में आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने HPV के जनस्वास्थ्य पर प्रभावों पर गहराई से चर्चा की। इस पैनल में शामिल थे: डॉ. अभय शाह – वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ और संक्रामक रोग सलाहकार, निदेशक – डॉ. अभय के शाह चिल्ड्रन हॉस्पिटल, मणिनगर, अहमदाबाद, डॉ. दर्शन ठाक्कर – स्त्री रोग विशेषज्ञ, संस्थापक और प्रबंध न्यासी – स्पर्श फाउंडेशन, “हेल्थ कैफे” की संस्थापक, डॉ. उमेश उपाध्याय – बाल रोग विशेषज्ञ, विस्मय चाइल्डकेयर हॉस्पिटल, पूर्व अध्यक्ष – पीडियाट्रिक एसोसिएशन अहमदाबाद, ADVAC फेलो 2024, डॉ. विरल पटेल – स्त्री कैंसर विशेषज्ञ एवं रोबोटिक सर्जन, HCG आस्था कैंसर सेंटर, अहमदाबाद, डॉ. अंजना चौहान – स्त्री कैंसर सर्जन, रेडियंस हॉस्पिटल, अहमदाबाद, देश की पहली HPV क्लिनिक की शुरूआत करने वाली विशेषज्ञ, IMS की ऑन्कोलॉजी कमेटी की चेयरपर्सन सत्र का संचालन डॉ. चेतन त्रिवेदी ने किया, जो वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ हैं एवं नेहा चिल्ड्रन हॉस्पिटल, मणिनगर के निदेशक हैं। वे AOP गुजरात के 2023 के अध्यक्ष भी रहे हैं।

सभी विशेषज्ञों ने यह बात ज़ोर देकर कही कि HPV सिर्फ गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह वल्वा, योनि, गुदा, लिंग और गले के कैंसर से भी जुड़ा है, जो पुरुषों और महिलाओं – दोनों को प्रभावित कर सकता है। 15 से 25 वर्ष की आयु के बीच HPV संक्रमण सबसे अधिक होता है, ऐसे में किशोरों और अभिभावकों तक जानकारी समय रहते पहुंचाना और रोकथाम के उपाय अपनाना बेहद जरूरी है। अब जब कि एक किफायती HPV वैक्सीन उपलब्ध है, तो इस वायरस से जुड़े कैंसर से हर व्यक्ति को बचाना और भी आसान हो गया है।
सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक पराग देशमुख ने कहा, “इन कॉन्क्लेव्स के माध्यम से हम मानव पैपिलोमावायरस (HPV) और इसके कैंसर से संबंध को लेकर लोगों की समझ बढ़ाना चाहते हैं। विशेषज्ञों, स्वास्थ्यकर्मियों और समुदाय के लोगों को एक मंच पर लाकर हम खुले संवाद और व्यावहारिक कदमों को बढ़ावा दे रहे हैं ताकि समय पर जांच और रोकथाम संभव हो सके।”
अहमदाबाद कॉन्क्लेव का समापन दर्शकों के साथ एक खुली चर्चा के साथ हुआ, जिसमें लोगों ने अपने विचार साझा किए और विशेषज्ञों से जानकारी ली। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है – सही जानकारी और समुदाय की भागीदारी के ज़रिए उन कैंसरों का बोझ कम करना जो रोके जा सकते हैं।
यह पहल आने वाले महीनों में देश के अन्य शहरों में भी आयोजित की जाएगी, ताकि स्वास्थ्य क्षेत्र की विश्वसनीय आवाजें आम लोगों को शिक्षित कर सकें और उन्हें सशक्त बना सकें।