राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में भारतीय विचार मंच द्वारा व्याख्यानमाला, प्रदर्शनी और मल्टीमीडिया शो का आयोजन
भारतीय विचार मंच और भारत शोध संस्थान द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में “संघ की शताब्दी यात्रा – नेतृत्व की दिशा और भूमिका” विषय पर विशेष व्याख्यानमाला, प्रदर्शनी एवं मल्टीमीडिया शो का भव्य आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम 11 से 14 नवम्बर 2025 तक गुजरात विश्वविद्यालय कन्वेंशन एंड एग्ज़िबिशन सेंटर, मेमनगर, अमदावाद में आयोजित होगा। यह जानकारी भारतीय विचार मंच के महासचिव श्री ईशान जोशी ने अपने आधिकारिक प्रेस वक्तव्य में दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ एवं प्रदर्शनी तथा मल्टीमीडिया शो का लोकार्पण गुजरात के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल के करकमलों द्वारा 11 नवम्बर 2025 को सायं 5.30 बजे किया जाएगा। इस अवसर पर संघ के वरिष्ठ विचारक, प्रज्ञा प्रवाह एवं भारतीय विचार मंच के प्रतिनिधि, साथ ही विभिन्न शैक्षणिक, सांस्कृतिक और सामाजिक क्षेत्रों के अग्रणी एवं समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहेंगे।
व्याख्यानमाला की विशेषताएं : इस व्याख्यानमाला में देश के अग्रणी विचारक एवं संघ के वरिष्ठ सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल, श्री सी. आर. मुकुंद, श्री अतुल लिमये और श्री आलोक कुमार द्वारा संघ के नेतृत्वकर्ताओं — आद्य सरसंघचालक पू. डॉ. हेडगेवार से लेकर वर्तमान सरसंघचालक पू. मोहनराव भागवत तक — के कार्यकालों में संघ की दिशा और भूमिका पर विस्तृत विचार-विमर्श किया जाएगा।
इस संवाद के माध्यम से समाज के प्रबुद्धजन, शोधकर्ता और अध्येता संघ की वैचारिक यात्रा और उसके राष्ट्रजीवन में योगदान को गहराई से समझ सकेंगे।इस अवसर पर गुजरातभर के विविध क्षेत्रों के अग्रणी व्यक्ति, उद्योगपति, मीडिया प्रतिनिधि, शिक्षाविद, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, विधिवेत्ताओं, चिकित्सकों जैसे पेशेवरों के साथ-साथ राजनीतिक, प्रशासनिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों के अनेक महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। संघ के शताब्दी वर्ष के इस विशेष कार्यक्रम में संघ के प्रांत, क्षेत्र एवं अखिल भारतीय स्तर के अनेक पदाधिकारी भी सम्मिलित रहेंगे।
प्रदर्शनी और मल्टीमीडिया शो : “संघ की शताब्दी यात्रा” प्रदर्शनी में दस्तावेज़ों, दुर्लभ आर्काइव्स, फ़ोटोग्राफ्स और संघ के महापुरुषों के विचारों का दृश्यात्मक प्रस्तुतीकरण होगा। संघ के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और भूमिका, महात्मा गांधी, सरदार पटेल, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर तथा कनैयालाल मुंशी जैसे युगनायकों के साथ संघ के सुदृढ़ संबंध, सेवाकार्य और राष्ट्रजीवन के विविध आयामों में उसके योगदान से संबंधित जानकारी इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित की जाएगी।
साथ ही मल्टीमीडिया शो के माध्यम से संघ की स्थापना से लेकर वर्तमान तक के प्रेरणास्पद प्रसंगों, भारत के राष्ट्रनिर्माण में संघ के योगदान और विश्व स्तर पर उसकी सकारात्मक छाप का दृष्य-श्रव्य रूप में प्रस्तुतीकरण किया जाएगा।
विशेष आनंद के समाचार : कार्यक्रम के दौरान भारत सरकार की टकसाल (मिंट), मुंबई द्वारा “100 Years of RSS” स्मारक सिक्के के विशेष बिक्री केंद्र का भी आयोजन किया गया है, जो इस अवसर को और अधिक ऐतिहासिक बना देगा। मंच समाज के सभी इच्छुक नागरिकों को इस अवसर पर स्मारक सिक्के प्राप्त करने हेतु आमंत्रित करता है।
आयोजकों का संदेश : “संघ का शताब्दी वर्ष केवल एक संस्था का उत्सव नहीं, बल्कि सम्पूर्ण राष्ट्र के वैचारिक उद्बोधन का अवसर है। इस कार्यक्रम के माध्यम से संघ की मूल्यप्रेरित यात्रा को समझते हुए राष्ट्रजीवन में नए उत्साह और वैचारिक शक्ति का संचार हो — यही हमारा उद्देश्य है।”
भारतीय विचार मंच और भारत शोध संस्थान, गुजरात के सभी प्रबुद्धजनों को इस विशेष आयोजन की यात्रा हेतु आमंत्रित करते हैं। 11 नवम्बर को सायं 5 बजे से प्रारंभ होकर 12, 13 और 14 नवम्बर को प्रतिदिन दोपहर 4 बजे से रात 8 बजे तक प्रदर्शनी, मल्टीमीडिया शो और व्याख्यानों में सहभागिता की जा सकती है — ऐसा भारतीय विचार मंच के महामंत्री श्री ईशान जोशी ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया।
