सीआईआई केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स एक्सपो 2025: ग्लोबल केमिकल्स मूल्य श्रृंखलाओं में भारत के नेतृत्व और अवसरों को प्रदर्शितकरेगा

सीआईआई  केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स एक्सपो 2025: ग्लोबल केमिकल्स मूल्य श्रृंखलाओं में भारत के नेतृत्व और अवसरों को प्रदर्शितकरेगा

अहमदाबाद/गांधीनगर: सीआईआई केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स एक्सपो 2025, जो 12-14 नवंबर 2025 तक महात्मा मंदिर, गांधीनगर, गुजरात में आयोजित किया जाएगा, ग्लोबल केमिकल्स मूल्य श्रृंखला में भारत के नेतृत्व और अवसरों को प्रदर्शित करेगा।

कन्फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री(सीआईआई)द्वारा भारत सरकार के केमिकल्स एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग के सहयोग से आयोजित, सीआईआई केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स एक्सपो 2025 (सीपीएक्स 2025) 12-14 नवंबर 2025 तक महात्मा मंदिर, गांधीनगर, गुजरात में आयोजित किया जा रहा है।उद्घाटन समारोह में कई प्रमुख गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे,जिनमें श्री आर. मुकुंदन, सीआईआई के मनोनीत अध्यक्ष, सीआईआई नेशनल केमिकल्स एवं पेट्रोकेमिकल्स समिति के अध्यक्ष और टाटा केमिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शामिल थे, श्री रूपार्क सारस्वत, सीपीएक्स 2025 के अध्यक्ष और इंडिया ग्लाइकॉल्स लिमिटेड के सीईओ; श्री प्रेमराज कश्यप, सीआईआई गुजरात राज्य परिषद के अध्यक्ष और कॉनमेट हेवी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक और श्री अंकुर सिंह चौहान, सीआईआई के कार्यकारी निदेशक शामिल थे।

श्री रूपार्क सारस्वत ने सम्मानित वक्ताओं और प्रतिनिधियों का स्वागत किया और इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत के पास मात्रा-आधारित निर्यातक से आगे बढ़कर उच्च-मूल्य, प्रौद्योगिकी-प्रधान रासायनिक मूल्य श्रृंखलाओं में भागीदार बनने का अवसर है। उन्होंने अपने दृष्टिकोण को व्यापार पुनः एकीकरण, तकनीकी परिवर्तन और नियामक विकास के साथ जोड़ा।

श्री आर. मुकुंदन ने अपने चार मुद्दे  प्रस्तुत किए, अर्थात्: बढ़ती मांग से प्रेरित प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि; भविष्य के लिए तैयार कार्यबल बनाने के लिए प्रतिभा और कौशल; उद्योग 4.0 समाधानों को अपनाने के लिए एआई और डिजिटलीकरण; और नियामक अनुपालन से परे गुणवत्ता, सुरक्षा और स्थिरता।

श्री जयंती पटेल ने इस बात पर जोर दिया कि हमें सीमित बाजारों पर अपनी निर्भरता कम करनी होगी तथा क्षेत्रीय और द्विपक्षीय व्यापार अवसरों में अपनी भागीदारी बढ़ानी होगी।

श्री प्रेमराज केश्यप ने अपने समापन भाषण में गुजरात को “भारत का केमिकल्स और पेट्रोकेमिकल गेटवे ऑफ़ इंडिया ” कहा। उन्होंने गुजरात के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में बात की जो सक्रिय, गतिशील और वैश्विक प्रभाव डालने के लिए तैयार है। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों को अगले तीन दिनों में एक्सपो में आने के लिए प्रोत्साहित किया, जहाँ सम्मेलन में चर्चा किए गए रणनीतिक विचारों को अमल में लाया जाएगा।

deshpatrika

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