कलर्स के‘शिव शक्ति – तप त्याग तांडव’ में ज्वरासुर की घातक चाल का सामना करने साथ आए भोलेनाथ और शीतला माता

कलर्स का पौराणिक महाकाव्य ‘शिव शक्ति – तप त्याग तांडव’, जिसमें राम यशवर्धन शिव और शुभा राजपूत शक्ति की भूमिका निभा रहे हैं, अब अपने सबसे प्रचंड अध्याय में प्रवेश करने जा रहा है। एक घातक ज्वर लोक-लोकांतर में फैल रहा है। गणेश रहस्यमयी बुखार से तप रहे हैं, जिससे संपूर्ण कैलाश हिल उठा है, वहीं कार्तिकेय भी उसी छाया में लड़खड़ाने लगते हैं। पार्वती असहाय देखती हैं, जब उनके चारों ओर शंका और भय का अंधकार गहराने लगता है। गाँव वाले दूरी बनाने लगते हैं, मंदिरों में अंधेरा छा जाता है और दिति के छलपूर्ण शब्द ब्रह्मांड की जननी के विरुद्ध लोगों के दिलों को मोड़ देते हैं। आखिर इस घातक ज्वर का असली स्रोत क्या है? और क्यों स्वयं महादेव को बालरूप धारण कर इसका सामना करना पड़ रहा है?
ज्वर और अराजकता फैलाने वाले दैत्य ज्वरासुर का सामना करने के लिए महादेव एक छोटे बालक का रूप धारण करते हैं। वे बच्चों के बीच रहते हैं, उनके दुख को महसूस करते हैं और स्वयं भी उसी घातक बीमारी के शिकार हो जाते हैं। इसी बीच, नश्वर लोक एक छुपी साजिश से जूझ रहा है—जहां असंख्य बच्चे बीमार पड़ रहे हैं और परिवार निराशा में डूब रहे हैं। इस विनाशकारी घड़ी में पार्वती अपने दिव्य स्वरूप शीतला माता का अवतार धारण करती हैं—जो ब्रह्मांडीय वैद्य और आरोग्य देने वाली शक्ति हैं—ताकि इस महामारी से लोहा ले सकें और आशा को पुनर्जीवित कर सकें। लेकिन क्या उनकी शक्ति पर्याप्त होगी?
जब अभिशाप की पकड़ और मजबूत होती है, तब केवल शिव और शक्ति का दिव्य मिलन ही ज्वरासुर के अंधकारमय रहस्य को उजागर कर सकता है। आस्था, प्रेम और ब्रह्मांडीय साहस अब उस शत्रु के विरुद्ध खड़े होंगे, जो संसार को अंधकार में डुबोना चाहता है। क्या ज्वरासुर का आतंक अजेय साबित होगा, या फिर शिव के तांडव और शक्ति की आरोग्यदायिनी कृपा विजय प्राप्त करेगी?
देखिए ‘शिव शक्ति – तप त्याग तांडव’, हर सोमवार से रविवार रात 8:00 बजे, सिर्फ कलर्स पर