दीपावली के शुभ अवसर पर ज़ी टीवी के कलाकार इस तरह रोशन करेंगे अपने घर और रिश्ते

दीपावली के शुभ अवसर पर ज़ी टीवी के कलाकार इस तरह रोशन करेंगे अपने घर और रिश्ते

दीपावली अच्छाई पर बुराई की जीत का प्रतीक है और इसे रोशनी का त्यौहार कहा जाता है। उत्तर भारत में इस दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व होता है, जो समृद्धि और सुख का स्वागत करने का प्रतीक है। इस शुभ मौके पर ज़ी टीवी के कलाकार – गंगा माई की बेटियां की शुभांगी लाटकर, सरू की मोहक मटकर, जगद्धात्री के फरमान हैदर, वसुंधरा के अभिषेक शर्मा, लक्ष्मी निवास की मानसी जोशी रॉय, तुम से तुम तक की निहारिका चौकसे, जाने अनजाने हम मिले की जयती भाटिया और जागृति – एक नई सुबह के सागर पारेख साझा कर रहे हैं अपनी दिवाली की यादें और इस बार के जश्न की अपनी योजनाएं।

‘गंगा माई की बेटियां’ में गंगा माई का किरदार निभा रहीं शुभांगी लाटकर कहती हैं,
 “दिवाली हमेशा से मेरा पसंदीदा त्यौहार रहा है। इस त्यौहार से बचपन की बहुत सारी प्यारी यादें जुड़ी हैं – पूरे परिवार के साथ घर की सफाई करना, दीयों से हर कोना सजाना और मां की मदद से मिठाइयां बनाना। आज भी मैं अपने परिवार के साथ लक्ष्मी पूजा करती हूं और उसके बाद सब मिलकर बातें करते हैं, हंसते हैं और घर के बने पकवान खाते हैं। रिश्तेदारों से मिलना, मिठाइयां बांटना और घर का यूं रोशन होना – यही असली दिवाली है, जब रोशनी और प्यार के साथ मिलकर ज़िंदगी को खूबसूरत बनाया जाता है।”

‘लक्ष्मी निवास’ में लक्ष्मी का किरदार निभाने जा रहीं मानसी जोशी रॉय कहती हैं, “दिवाली हमेशा मेरे दिल के बहुत करीब रही है। इसके साथ मेरी कई यादें जुड़ी हैं – रंगोली बनाना, मिठाइयां तैयार करना, घर सजाना, दिवाली पार्टियों में जाना, कार्ड खेलना और घर पर पूजा करना। मुझे दिवाली का जोश बहुत पसंद है जहां चारों तरफ घर जगमगाते हैं, परिवार एक साथ आता है, और हर कोई त्यौहारी कपड़ों में सजता है। मेरे लिए यह दिन रुककर खुशियां मनाने और खुशियां बांटने का मौका होता है। ये छोटी-छोटी परंपराएं मेरी दिवाली को वाकई खास बनाती हैं।”

‘तुम से तुम तक’ में अनु का किरदार निभा रहीं निहारिका चौकसे कहती हैं, 
“दिवाली साल का मेरा सबसे पसंदीदा समय होता है। मैं दिन की शुरुआत माता-पिता के आशीर्वाद लेकर करती हूं, नए कपड़े पहनती हूं और फिर स्वादिष्ट खाने का मज़ा लेती हूं, तब मेरे सारे डाइट प्लान उड़ जाते हैं (हंसती हैं)। मुझे घर को फेयरी लाइट्स और दीयों से सजाना बहुत अच्छा लगता है और शाम को परिवार और दोस्तों के साथ पटाखे फोड़ती हूं। यह त्यौहार हर साल मेरे दिल को खुशी और गर्मजोशी से भर देता है। सभी को मेरी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं।”


‘जाने अनजाने हम मिले’ में शारदा सूर्यवंशी (बुआ जी) की भूमिका निभा रहीं जयती भाटिया कहती हैं,
 “मैं बंगाली हूं और दिल्ली से हूं, इसलिए मेरी दिवाली हमेशा परंपराओं का मिला-जुला रूप रही है। काली पूजा मेरे लिए बहुत खास होती है और लक्ष्मी पूजा भी उतनी ही अहम है। यह समय भगवान राम की वापसी और अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दौरान किसी डाइट का सवाल ही नहीं होता, बस अच्छा खाना और मिठाइयां खाने का वक्त होता है। मुझे पटाखों से थोड़ा डर लगता है, लेकिन उन्हें देखना बहुत अच्छा लगता है। इस बार की दिवाली मेरे लिए खास है क्योंकि लंबे समय बाद मैं दिल्ली में अपने परिवार के साथ इसे मना रही हूं।”

‘जगद्धात्री’ में शिवाय की भूमिका निभा रहे फरमान हैदर कहते हैं,
 “दिवाली का वक्त आते ही घर में तरह-तरह की मिठाइयों और स्नैक्स की खुशबू फैल जाती है – शक्करपारे, नमकपारे, करंजी, गुजिया – सब कुछ! मुझे ये सब बहुत पसंद हैं और सच कहूं तो मैं इन्हें किसी से बांटना पसंद नहीं करता (हंसते हैं)। मेरे लिए दिवाली का मतलब है घर के बने व्यंजनों का स्वाद लेना, परिवार के साथ वक्त बिताना और चारों ओर की सकारात्मकता को महसूस करना। यह त्यौहार हमें शुक्रगुज़ार रहना, खुशियां बांटना और बिना गिल्ट के अच्छा खाना खाने की याद दिलाता है। मैं सभी को खुशियों, समृद्धि और नई शुरुआत से भरी दिवाली की शुभकामनाएं देता हूं।”

‘वसुंधरा’ में देवांश की भूमिका निभा रहे अभिषेक शर्मा कहते हैं,
 “दिवाली हमेशा हमारे जीवन में सकारात्मकता और गर्मजोशी लेकर आती है। मुझे अच्छा लगता है जब हर कोना दीयों और सजावट से ही नहीं, बल्कि प्यार और हंसी से भी रोशन हो जाता है। मेरे लिए दिवाली परिवार के साथ वक्त बिताने, अच्छा खाना खाने और शुक्रिया अदा करने का दिन है। मैं यही कामना करता हूं कि दीयों की तरह हर घर में खुशियां और उम्मीदें जगमगाती रहें। वसुंधरा देखने वाले सभी दर्शकों को मेरी ओर से शुभ और सुरक्षित दिवाली की शुभकामनाएं।”

‘सरू’ में सरू की भूमिका निभा रही मोहक मटकर कहती हैं,
 “दिवाली साल के सबसे खास वक्तों में से एक है। मुझे इस त्यौहार की रौनक, रोशनी और साथ रहने का एहसास बहुत पसंद है। मेरा पसंदीदा हिस्सा है घर को दीयों और रंगोली से सजाना, पारंपरिक कपड़े पहनना और स्वादिष्ट मिठाइयों का मज़ा लेना। इस साल मेरी यही कामना है कि हर किसी की ज़िंदगी दिवाली की रोशनी जितनी चमके। चलिए अपने घरों और दिलों को प्यार, हंसी और सकारात्मकता से भर दें। सभी को शुभ और सुरक्षित दिवाली की शुभकामनाएं।”

जागृतिएक नई सुबहमें आकाश ठाकुर का किरदार निभा रहे सागर पारेख कहते हैं, “जैसे ही दिवाली आती है, मेरी बचपन की यादें ताज़ा हो जाती हैं – मिठाइयों की खुशबू, दीए जलाने की उत्सुकता और एक नई शुरुआत का वो जादुई एहसास। इस दिवाली मेरी यही कामना है कि हर किसी के जीवन में अपनी ‘जागृति’ आए – यानी उम्मीद, समृद्धि और खुशियों का नया सवेरा। आपके घर सिर्फ दीयों की नहीं, बल्कि हंसी, प्यार और उजले कल की रोशनी से जगमगाएं। आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं और मंगलमय दीपावली।” 

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