इटली की प्रमुख कूलिंग टेक कंपनी फ्रिगो सिस्टमने चेन्‍नई में यूरोप से बाहर अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की

इटली की प्रमुख कूलिंग टेक कंपनी फ्रिगो सिस्टमने चेन्‍नई में यूरोप से बाहर अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की

चेन्‍नई / मुंबई / दिल्‍ली, नवंबर 2025: इंडस्ट्रियल चिलर्स और थर्मल कंट्रोल सिस्टम बनाने वाली इटली की अग्रणी कंपनी फ्रिगोसिस्टम एस.आर.एल.(Frigosystem S.r.l.) ने आज चेन्‍नई, भारत में अपनी पहली विदेशी निर्माण इकाई के शुभारंभ की घोषणा की। कंपनी ने इस नई फैक्ट्री में 1 मिलियन यूरो का प्रारंभिक निवेश किया है, जिससे वह एशिया के तेज़ी से बढ़ते औद्योगिक बाज़ार में अपनी उपस्थिति को मज़बूत कर रही है। फ्रिगोसिस्टम भविष्य में भारत में अपने निवेश को और बढ़ाने की योजना भी बना रही है।

नई इकाई, फ्रिगोसिस्टम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, उत्पादन, सेवा और तकनीकी प्रशिक्षण के लिए क्षेत्रीय केंद्र के रूप में कार्य करेगी। यहाँ उन्नत इंडस्ट्रियल चिलर्स, थर्मोरेगुलेटर्स और एडियाबेटिक कूलिंग एनर्जी सिस्टम तैयार किए जाएंगे, जिन्हें विशेष रूप से भारतीय और दक्षिणपूर्व एशियाई बाज़ार की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। 1970 से अपनी विरासत के साथ फ्रिगोसिस्टम प्लास्टिक प्रोसेसिंग, एरोनॉटिक्स, पैकेजिंग और मेटल मैन्युफैक्चरिंग जैसे महत्वपूर्ण उद्योगों को उच्च गुणवत्ता वाले समाधानों से सेवा दे रही है।

रणनीतिक दृष्टिकोण और स्थानीय प्रभाव

कंपनी के इस विस्तार को अपनी वैश्विक रणनीति का एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए,
एलेसैंड्रो ग्रासी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, फ्रिगोसिस्टम एस.आर.एल., ने कहा, “यह पहली बार है जब हम इटली के बाहर अपनी उत्पादन इकाई स्थापित कर रहे हैं, और भारत एशिया के लिए हमारी रणनीतिक योजना का अहम हिस्सा है। इस निवेश के ज़रिए हम इटली की नवोन्मेषी इंजीनियरिंग को भारत की औद्योगिक क्षमता के साथ जोड़ना चाहते हैं, ताकि स्थानीय निर्माण और तेज़ डिलीवरी के माध्यम से अपने ग्राहकों के लिए अधिक मूल्य सृजन कर सकें।”

Alessandro Grassi – CEO

उन्होंने आगे कहा कि यह पहल फ्रिगोसिस्टम की उस दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत कंपनी पूरे एशियाई महाद्वीप में तेज़ डिलीवरी और स्थानीय समाधान प्रदान करने की दिशा में काम कर रही है।

उत्पादन केंद्र के रूप में कार्य करने के अलावा, चेन्‍नई स्थित फ्रिगोसिस्टम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड दक्षिण एशिया में कंपनी के सेवा और प्रशिक्षण केंद्र के रूप में भी कार्य करेगा। इस पहल के ज़रिए फ्रिगोसिस्टम अपने आफ्टरसेल्स सपोर्ट नेटवर्क को मज़बूत करेगा, साथ ही क्षेत्र में रोज़गार सृजन और सटीक कूलिंग टेक्नोलॉजी में स्थानीय विशेषज्ञता के विकास को भी प्रोत्साहन देगा।

थंगापंडी सरावनन, डायरेक्टर, फ्रिगोसिस्टम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, ने कहा, “हमारा 1 मिलियन यूरो का निवेश क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह के रोज़गार के अवसर पैदा करेगा।
नौकरियों के साथ-साथ यह इकाई सटीक कूलिंग तकनीक में स्थानीय विशेषज्ञता को बढ़ाएगी और भारत की स्थिति को वैश्विक विनिर्माण नेटवर्क में और मज़बूत करेगी।”

स्थिरता और समावेशन के प्रति प्रतिबद्धता

अपने कॉर्पोरेट दर्शन के अनुरूप, फ्रिगोसिस्टम अपने नए संचालन में पर्यावरण-अनुकूल विनिर्माण को प्राथमिकता देगा। कंपनी के चिलर और थर्मल सिस्टम ऊर्जा दक्षता और स्थिरता को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए हैं, जिनमें बिजली बचाने वाली तकनीकें, पर्यावरण-अनुकूल रेफ्रिजरेंट और जल-पुनर्चक्रण प्रणाली शामिल हैं, जो संचालन लागत और पर्यावरणीय प्रभाव, दोनों को कम करती हैं।

Thangapandi Saravanan – India Director

फ्रिगोसिस्टम अपने विस्तार के सामाजिक प्रभाव पर भी विशेष ध्यान दे रही है।

मिरियम ओलिवी, जनरल मैनेजर, फ्रिगोसिस्टम एस.आर.एल., ने कहा, “भारत का विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र प्रतिभा और अवसरों से भरा हुआ है। हम विशेष रूप से प्लास्टिक और कूलिंग टेक्नोलॉजी क्षेत्रों में महिलाओं को सक्रिय भूमिकाएं निभाने के लिए प्रोत्साहित करने के प्रति उत्साही हैं।
समावेशन और नवाचार औद्योगिक विकास को गति देने के दो पूरक स्तंभ हैं।”

फ्रिगोसिस्टम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना कंपनी की इस प्रतिबद्धता को और सुदृढ़ करती है कि वह एशिया भर में नवीन, विश्वसनीय और स्थायी कूलिंग समाधान प्रदान करती रहेगी।
यह पहल इटली की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता और भारत की गतिशील औद्योगिक वृद्धि के बीच एक सशक्त सेतु का निर्माण करेगी।

Miriam Olivi – General Manager

फ्रिगोसिस्टम एस.आर.एल. के बारे में

1970 में इटली में स्थापित फ्रिगोसिस्टम एस.आर.एल. इंडस्ट्रियल चिलर्स, थर्मोरेगुलेटर्स और वाटर-कूलिंग सिस्टम के डिज़ाइन और निर्माण में विशेषज्ञ है। यूरोप, उत्तर अमेरिका और एशिया में वैश्विक उपस्थिति के साथ, कंपनी आधुनिक उद्योगों के लिए ऊर्जा-कुशल और स्थायी थर्मल तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।

deshpatrika

Related articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *