अंतरराष्ट्रीय आर्य सम्मेलन दिल्ली में आरंभ; माननीय प्रधानमंत्री करेंगे कल उद्घाटन

• आर्य समाज की महिलाओं और बालिकाओं द्वारा पहली बार हुआ 11,111 यज्ञ
• वंचित वर्गों के मेधावी विद्यार्थियोंको ₹1.25 करोड़ की छात्र वृत्ति वितरित
सूरत, 30 अक्टूबर 2025: ऐतिहासिक आध्यात्मिक पहल के तहत आर्य समाजने अपने अंतरराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन केअवसर पर 11,111 यज्ञ (वैदिक हवन अनुष्ठान) संपन्न किए–जो आधुनिक युगमें सबसे बड़े सामूहिक यज्ञ आयोजनों में से एक है।इस अवसर पर भारत और विदेशों से आए प्रतिनिधियोंने भाग लिया।इस सामूहिक प्रयास का उद्देश्य विश्व शांति (वसुधैव कुटुंबकम), पर्यावरण संतुलन और आध्यात्मिक जागृति को बढ़ावा देना है।
ज्ञान ज्योति पर्व केअध्यक्ष श्रीएस. के. आर्य ने कहा: “संख्या 11,111 का वैदिक दृष्टि से विशेष महत्व है–यह प्रकृति के पंचतत्वों और सृष्टि की एकता का प्रतीक है। इन यज्ञों के माध्यम से आर्य समाज बाहरी और आंतरिक दोनों लोकों को शुद्ध करने का प्रयास कर रहा है, ताकि वैदिक शांति, एकता और सत्य जीवन का संदेश पुनःजीवित हो सके।यह आत्म गौरव और आत्म चिंतन का क्षण है–भारत का आत्म सम्मान जाग रहा है, और आज का युवा स्वयंको भारतीय कहने में गर्व महसूस करता है।”
आर्य समाज के अमेरिकी प्रतिनिधि श्री विद्या भूषण वर्मा ने कहा: “पिछले तीन वर्षोंमें ₹2.5 करोड़ से अधिक राशि वंचित छात्रों की छात्र वृत्तियों हेतु दान की गई है।इस वर्ष अतिरिक्त ₹1.3 करोड़ का प्रावधान किया गया है, जिसके अंतर्गत 330 और छात्रों को यह सहायता दी जाएगी।हमारा लक्ष्य है युवाओं को भारत के गौरवशाली इतिहास, मूल्य प्रणाली और ज्ञान परंपरा से जोड़ना–ताकि शिक्षा, विरासत और प्रगति के बीच एक सेतु बन सके।”
गुजरात और महाराष्ट्र के राज्यपाल महा महिम श्री आचार्य देवव्रत ने सम्मेलन स्थल का दौरा किया, जहाँ प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों के लिए कई विचार-विमर्श सत्र आयोजित किए गए।मूल्य आधारित परिवार,नई सामाजिक चुनौतियाँ,मोबाइल स्क्रॉलिंग की प्रवृत्ति,भाषा के नाम पर क्षेत्रवाद का बढ़ना, आईवीएफ केंद्रोंका विस्तार और नो–चाइल्ड पॉलिसी जैसे गंभीर विषयों पर चर्चा हुई। विभिन्न आर्य सभा विद्यालयों के विद्यार्थियों ने खेल, शारीरिक क्षमता और वैदिक ज्ञान जैसे क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर समस्त आर्य सभा परिवारने स्वर्गीय श्री सुरेश चंद्र आर्य, अध्यक्ष, सर्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका हाल ही में निधन हुआ।
150 वर्ष पुरानी यह संस्था, जिसने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, ने आर्य प्रगति छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत अपने छात्र वृत्ति कार्यक्रम का विस्तार करने की घोषणा की।इसका उद्देश्य देशभर में वंचित और मे धावी छात्रों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाना है।
श्री आर्य ने आगे कहा, “हमने युवा विकास की दिशा में पहला कदम उठाया है।अब यह शिक्षा और सशक्तिकरण का आंदोलन कई गुना आगे बढ़ना चाहिए।”
दिल्ली सरकार के सहयोग से आयोजित इस समारोह में कई प्रतिष्ठित हस्तियाँ उपस्थित रहेंगी, जिनमें शामिल हैं —महा महिम श्री धरमगोखूल, मॉरीशस के पूर्वराष्ट्रपति; श्रीचान संतोखी, सुरिनाम के पूर्वराष्ट्रपति; डॉ. अर्विन बूलेल, मॉरीशस सरकार में कृषि उद्योगमंत्री; स्वामी ब्रह्म विहारिदास, बीएपीएस हिंदू मंदिर, अबूधाबी; माननीय गृहमंत्री श्री अमितशाह, माननीय रक्षामंत्री श्री राजनाथसिंह, महामहिमश्री आचार्यदेवव्रत, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री श्रीयोगी आदित्यनाथ, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखागुप्ता, वरिष्ठ भाजपा नेता श्री सुधांशुत्रिवेदी औरअन्यविशिष्टअतिथि।
