प्रिशा धतवालियाने बताया कि कैसे उनके व्यक्तिगत सफरने कलर्स के ‘मेरी भव्य लाइफ’ में उनके प्रेरणादायक किरदारको आकार दिया

पत्रकार से अभिनेत्री बनीं प्रिशा धतवालिया के लिए कलर्स का शो ‘मेरी भव्य लाइफ’ कोई आम धारावाहिक नहीं है – यह उनके अपने ज़ख्मों, ताकत और कहानी का आईना है, जो शो के हर फ्रेम में समाई हुई है। यह शो अपनी नायिका के ज़रिये उस समाज की सोच को चुनौती देता है जहां महिलाओं की उपलब्धियों को अक्सर उनके बाहरी रूप से आंका जाता है। इसमें एक ऐसी नायिका है जो अपनी काबिलियत को अपने वजन से पारिभाषित नहीं करती है। यह कमिंग-ऑफ-एज ड्रामा है, जिसमें प्रिशा धतवालिया एक प्रतिभाशाली आर्किटेक्ट भव्या की भूमिका निभा रही हैं, जिसे उसके मोटापे के कारण बार-बार शादी में रिजेक्ट किया जाता है और कार्यस्थल पर भी गंभीरता से नहीं लिया जाता। उनके विपरीत है एक फिटनेस फ्रीक, रिशांक (करण वोहरा), जो उसके शरीर का मज़ाक उड़ाता है और समाज की कठोर मानसिकता का प्रतीक है। बॉडी पॉज़िटिविटी को लेकर इस धारावाहिक की विचारोत्तेजक प्रस्तुति दर्शकों का प्यार और अच्छे टीआरपी रेटिंग्स बटोर रही है, और यह कई महिलाओं की आवाज़ बन रहा है। प्रिशा ने अपनी असल ज़िंदगी से प्रेरणा लेकर इस किरदार को एक सच्चाई और प्रामाणिकता दी है – वह न तो खुद को दूसरों की सहूलियत के लिए बदलती हैं और न ही खुद को छोटा महसूस करने देती हैं। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें नज़रअंदाज़ किया गया, जज किया गया, और यह तक कहा गया कि “अगर तुम थोड़ा वज़न कम कर लो, तो कितनी बेहतर दिखोगी।”
कलर्स के शो ‘मेरी भव्य लाइफ’ में भव्या की भूमिका निभा रहीं प्रिशा धतवालिया कहती हैं, “जैसे ही मैंने भव्या की कहानी सुनी, मुझे तुरंत इससे जुड़ाव महसूस हुआ, क्योंकि उसकी कहानी कई मायनों में मुझे अपनी जैसी लगी। मुझे पता है कि जब कोई आपकी प्रतिभा या दिल को जाने बिना केवल आपके वजन या लुक्स के आधार पर आपको जज करता है, तो कैसा लगता है। जब मैंने एक कंटेंट क्रिएटर के रूप में शुरुआत की थी, तब मुझे भी ऐसे ही सवालों और मानसिकता का सामना करना पड़ा था। सबकी अपनी राय थी कि मैं कैसी दिखती हूं – लेकिन उन्हीं बातों ने मुझे और ज़्यादा खुद पर विश्वास करना सिखाया। भव्या की तरह ही, मुझे भी कई बार कम आंका गया है, लेकिन सौभाग्य से मेरे माता–पिता हमेशा मेरे साथ खड़े रहे, यह याद दिलाते रहें कि मेरे सपने किसी की छोटी सोच से कही ज़्यादा मायने रखते हैं। भव्या मेरे लिए सिर्फ एक किरदार नहीं है, वह हर उस इंसान की आवाज़ है जिसे कभी उसकी शक्ल–सूरत की वजह से ‘कमतर‘ आंका गया। भव्या के ज़रिए, मुझे ये प्रेरणा मिलती है कि मैं बेझिझक अपनी जगह बनाऊं, खुद के प्रति दयालु रहूं, और अपने भीतर की खूबियों को सेलिब्रेट करूं जो किसी भी बाहरी रूप से कहीं बेहतर हैं। इस शो का हिस्सा बनना मेरे जीवन के सबसे अर्थपूर्ण अध्यायों में से एक रहेगा।”
मौजूदा कहानी में, भव्या को जबरदस्ती रिशांक के साथ जिम में काम करना पड़ रहा है, जहां उसका बर्ताव बेहद अपमानजनक है। लेकिन उसकी बेरुखी सिर्फ तीखी बातों और नज़रअंदाज़ करने तक सीमित नहीं रहती — वह भव्या के वज़न का मज़ाक उड़ाते हुए एक वायरल मीम बनाता है और उसे दुनिया के सामने बेइज़्ज़त करता है। इसी दौरान, जब भव्या एक नए रिश्ते में प्यार की उम्मीद करती है, यह सोचकर कि शायद अब ज़िंदगी पूर्वाग्रहों को दूर करते हुए उसे एक नई खुशी देगी, रिशांक सारी हदें पार कर देता है। वह न केवल उसे नौकरी से निकाल देता है, बल्कि एक ही झटके में उसका सम्मान और रोज़गार दोनों छीन लेता है। क्या यह अन्याय भव्या को ऐसी ताकतवर वापसी के लिए प्रेरित करेगा जो उन्हीं खोखले मानकों को चुनौती दे, जिन्होंने हमेशा उसे कमतर साबित करने की कोशिश की है?
देखिए ‘मेरी भव्य लाइफ’, हर रोज़ शाम 7:00 बजे, केवल कलर्स पर।