साल की सबसे ख़ास शादी की दास्तान को पसंद करने की 5 वजहें – कलर्स और राजश्री प्रोडक्शंस की ‘मंनपसंद की शादी’

साल की सबसे ख़ास शादी की दास्तान को पसंद करने की 5 वजहें – कलर्स और राजश्री प्रोडक्शंस की ‘मंनपसंद की शादी’

तैयार हो जाइए फ्रंट-रो की सीट पर बैठने के लिए, क्योंकि ‘मंनपसंद की शादी’ आपके सामने स्क्रीन पर एक पूरा विवाह-नामा सजाने आ रही है! इस नए वैवाहिक ड्रामा के साथ, कलर्स और राजश्री प्रोडक्शंस यह सवाल उठाते हैं – अगर आपकी ज़िंदगी का सबसे अहम रिश्ता पसंद पर टिका हो, ऐसे देश में जहाँ शादी कोई एक पड़ाव नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय जुनून हो, तो? इस शो में प्राचीन रस्में और आधुनिक अंदाज़ का संगम है, और “लव बनाम अरेंज” की जगह लेती है “मंनपसंद की शादी” – भारत के वैवाहिक परिदृश्य में एक नया मोड़। राजश्री की पारंपरिक खूबसूरती और कलर्स की प्रतिष्ठित पहचान के संगम से बनी यह शादी की कहानी है आरोही – एक मराठी मुलगी, और अभिषेक – मसाला सम्राट के उत्तराधिकारी, के मिलन की, जो एक ऐसी शादी खोजते हैं जो सबको भाए। यहाँ हैं 5 वजहें कि क्यों ‘मंनपसंद की शादी’ को आप मिस नहीं कर सकते—

  • लव मैरिज या अरेंज मैरिज? नहीं, ये है मंनपसंद!
    दशकों से कहानियाँ प्यार और परंपरा के बीच झूलती रही हैं – प्यार में बगावत या अरेंज में समझौता। लेकिन मंनपसंद की शादी पेश करती है तीसरा रास्ता – एक ऐसी शादी, जो पसंद, आपसी सम्मान, स्पष्ट संवाद, सहमति और अपनों के आशीर्वाद पर टिकी है। न भागकर शादी, न दबकर हाँ – बल्कि ऐसा चुनाव जहाँ आप चुनते भी हैं और चुने भी जाते हैं, परिवार साथ रहता है, केवल पृष्ठभूमि में नहीं।
    • जब इंजीनियर मिली मसाला उत्तराधिकारी से
      इस शो के नायक-नायिका सूरज बड़जात्या की पुरानी रोमांस परंपरा को नया रूप देते हैं। आरोही शिंदे – इंदौर की होनहार इंजीनियर, जो ऐसे परिवार में पली-बढ़ी है जहाँ महिलाएँ गायों का डेयरी चलाने से लेकर सशक्त बातचीत तक में माहिर हैं। वह नई पीढ़ी की राजश्री नायिका है – सिद्धांतों वाली, स्पष्टवादी और अपने जीवनसाथी को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण रखने वाली। दूसरी ओर, अभिषेक चौधरी – मसाला साम्राज्य का उत्तराधिकारी, विशेषाधिकार में पला-बढ़ा, लेकिन भावनात्मक रूप से संवेदनशील, जो भारतीय मर्दानगी में दुर्लभ है। उनकी मुलाकात में न कोई त्वरित चिंगारी है, न फिल्मी प्रेम – बल्कि धीरे-धीरे पनपता सम्मान, टकराव और एहसास। साथ में, वे प्यार पाने के लिए नहीं, बल्कि सही तरीके से शादी करना सीखते हैं, अपनी पुरानी सीखों को छोड़कर।
    • नए अंदाज में राजश्री टच 
      हम आपके हैं कौन से लेकर हम साथ साथ हैं तक, राजश्री ने भारतीय पारिवारिक ड्रामा को नई परिभाषा दी है। अब मंनपसंद की शादी उस विरासत को आगे बढ़ाती है नए रंग-रूप के साथ। हाँ, यहाँ रस्में हैं, ठिठोली है, गाती-बजाती बुआएँ हैं, रिश्तेदारों की चहल-पहल है। लेकिन इन सबके बीच बुना गया है बदलते परिवारों पर एक गहरा संदेश – यह है राजश्री 2.0, जहाँ परिवार पवित्र है, लेकिन लड़की की आवाज़ भी उतनी ही अहम है। जहाँ बुज़ुर्गों का सम्मान बरकरार है, पर बच्चों की पसंद भी मायने रखती है।
    • रिश्तों में क्रांति
      इंदौर में सेट यह शो उस सामाजिक बदलाव को दर्शाता है जहाँ बेटे अनुमान लगाने से पहले ठहरना सीख रहे हैं, बेटियाँ बिना माफ़ी माँगे अपना पक्ष रखना सीख रही हैं, और माता-पिता समझ रहे हैं कि प्यार का मतलब है बच्चों के साथ चलना, न कि उनके आगे। यह शादी की दास्तान है जहाँ संस्कृति को न नकारा गया है, न अंधाधुंध अपनाया गया – बल्कि सजाया-संवारा गया है। यहाँ शादी परिवार की कहानी भी है और उसकी मुस्कान भी। एक सवाल जो यह कहानी उठाती है – क्या हम अपनी पुरानी परंपराओं का सम्मान करते हुए उनकी कमियों को छोड़ सकते हैं?
    • शादी का ड्रामा, पर ट्विस्ट के साथ!
       बेशक, मंनपसंद की शादी आपको बड़े सेट, गेंदा-फूलों के मंडप और मस्ती भरे गीत-नृत्य का आनंद देगी। स्क्रीन पर चमकते डांस नंबर्स और कहानी में घुला ड्रामा तो है ही। लेकिन इसके भीतर छिपा है एक कोमल सच – यह शो है अपने प्यार को चुनने का, बिना खुद को खोए और अपनों के आशीर्वाद के साथ। अपने परिवार को अपनी आज़ादी में शामिल करने का, न कि उससे दूर रखने का। यह उतना ही असली है जितना खूबसूरत, उतना ही आधुनिक जितना जड़ से जुड़ा – एक ऐसी पसंद की कहानी, जो परंपरा की सुनहरी आभा में लिपटी है।

      देखिए मनपसंद की शादी, 11 अगस्त से, सोमवार से शुक्रवार, रात 10 बजे, सिर्फ कलर्स पर!

      deshpatrika

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