दीपिका सिंह ने कलर्स के शो‘ मंगल लक्ष्मी’ में एक मजबूत इरादों वाली महिला की भूमिका निभाने और दूसरी शादी से जुड़े सामाजिक कलंकों को तोड़ने पर खुल कर बातकी

जब एक महिला खुश रहने का फैसला करती है, तो वह अपनी जिंदगी की बागडोर अपने हाथ में ले लेती है। ‘मंगल लक्ष्मी’ में मंगल (दीपिका सिंह द्वारा निभाई गई भूमिका) भी यही कर रही हैं। अब वह अपने जीवन के एक अहम मोड़ पर खड़ी हैं—अदित (नमन शॉ द्वारा निभाई गई भूमिका) के साथ टूटे रिश्ते की परछाइयों को पीछे छोड़कर कपिल (कपिल निर्मल द्वारा निभाई गई भूमिका) के साथ नए जीवन की ओर कदम बढ़ा रही हैं। दिल टूटने के बावजूद मंगल ने अपने अतीत की जंजीरों में बंधने से इनकार कर दिया है। इसके बजाय, वह एक नया अध्याय शुरू करने का साहस कर रही हैं—जहां वह अपने पूर्व पति अदित के साथ को-पेरेंटिंग का संतुलन बनाए रखते हुए कपिल के साथ एक उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम बढ़ा रही हैं। यही ताकत और संवेदनशीलता का दुर्लभ मेल, अतीत को छोड़ना लेकिन जरूरी चीज़ों को थामे रखना, दर्शकों के दिलों को छू रहा है। दर्शक सिर्फ उनकी कहानी देख नहीं रहे, बल्कि उनका हौसला बढ़ा रहे हैं, उनकी हिम्मत, उनकी अटूट सकारात्मकता और अपनी शर्तों पर खुशी हासिल करने के साहसी फैसले का जश्न मना रहे हैं।
परदे पर मंगल हमेशा ऐसी महिला रही हैं, जो चुप रहने से इंकार करती है। अब उनकी दूसरी शादी करने का फैसला उनके सफर का सबसे साहसी कदम है। बहुत सी महिलाओं के लिए यह कदम उठाना आसान नहीं होता, क्योंकि समाज अक्सर तलाक को एक कलंक की तरह देखता है—और यह बोझ पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर कहीं अधिक भारी पड़ता है। मंगल का कपिल से शादी करने का फैसला सिर्फ उनके निजी जीवन को आगे बढ़ाने का कदम नहीं है, बल्कि यह समाज की उस सोच को तोड़ने का प्रयास है, जो मानती है कि महिला के पास दोबारा अपना संसार बनाने का हक नहीं है। वह यह साबित कर रही हैं कि महिला भी फिर से प्यार कर सकती है और उसके लिए सम्मान पा सकती है। उनकी कहानी उन असंख्य महिलाओं का आईना है, जिन्हें हमेशा समझौता करने को कहा जाता है। मंगल याद दिलाती हैं कि असली ताकत अपने लिए खुशी चुनने में है, चाहे समाज कुछ भी कहे।
अपनी भूमिका को लेकर दीपिका सिंह कहती हैं— “मंगल की भूमिका निभाना मेरे दिल के बहुत करीब है, क्योंकि कई मायनों में मैं उनसे जुड़ पाती हूं। मंगल की तरह ही मैं भी एक मां हूं, एक पत्नी हूं और निजी जीवन व करियर के बीच संतुलन बना रही हूं। मुझे पता है कि इतने सारे दायित्व निभाना कितना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन उतना ही संतोषजनक भी है। मुझे मंगल की यह बात सबसे ज्यादा पसंद है कि वह अपने अतीत को खुद पर हावी नहीं होने देती। वह आगे बढ़ना चुनती है, कपिल के साथ नए आरंभ को अपनाती है और अपने बच्चों के लिए एक मजबूत मां बनी रहती है। यह केवल एक किरदार के रूप में ही नहीं बल्कि मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भी प्रेरणादायक है। मंगल के जरिए मैं सभी महिलाओं को यह संदेश देना चाहती हूं कि फिर से शुरुआत करना बिल्कुल ठीक है। अपने दिल की सुनना और अपनी खुशी की ज़िम्मेदारी लेना किसी अपराधबोध के बिना ज़रूरी है। मंगल सिर्फ एक ऑन–स्क्रीन किरदार नहीं है, वह हर महिला को यह दिखा रही है कि परिस्थितियां कैसी भी हों, वह आगे बढ़ सकती है और सफल हो सकती है।”
‘मंगल लक्ष्मी’ देखना न भूलें, हर सोमवार से शुक्रवार रात 9:00 बजे, सिर्फ कलर्स पर