कलर्स का नेहा राणा और नील भट्ट अभिनीत ‘मेघा बरसेंगे’ 10 साल की लीप के साथ लेकर आ रहा है घावों को भरने और निर्णायक पलों की कहानी

पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला मानसिक आघात किसी अदृश्य विरासत होता है – जो खून के रिश्तों में तो दिखाई नहीं देता, लेकिन उन रिश्तों में पड़ने वाली दरारों में साफ झलकता है। इसी भावनात्मक विषय को लेकर कलर्स का शो ‘मेघा बरसेंगे’, जिसमें नेहा राणा मेघा के रूप में और नील भट्ट अर्जुन के किरदार में नज़र आते हैं, अब 10 साल की बड़ी लीप के साथ नए अध्याय की शुरुआत कर रहा है, जहां अतीत के ज़ख्म फिर से उभरने को बेकरार है। सालों पहले, मेघा और अर्जुन की न्याय की जंग एक दर्दनाक मोड़ पर आकर थम गई थी और उनकी आवाज़ खामोश कर दी गईं। मनोज ने उनकी बेटी मनु का अपहरण कर लिया और उसे ऐसे जीवन में धकेल दिया जो उसका था ही नहीं। उसका बचपन शुरू होने से पहले ही मिटा दिया गया। अब इस मोड़ पर आती है बड़ी हो चुकी मनु, जिसका किरदार अब नेहा राणा निभा रही हैं। यह एक ऐसी युवती की कहानी है जो दुःख, गुस्से और उस सच से बनी है, जिसे जितनी तीव्रता से दबाया जाता है, वह सच उतनी ही ज़ोर से बाहर आता है। इन दुखों की छाया में पली-बढ़ी मनु सवालों के बोझ तले दबी है – ऐसे सवाल जिनके जवाब देने की किसी में हिम्मत नहीं और उसे एक ऐसी विरासत मिली है जो किसी बच्चे के लिए बहुत भारी है। जैसे-जैसे मनु सच के टुकड़ों को जोड़ना शुरू करती है, एक तूफान उठता है, जिसमें विश्वासघात, छुपे राज़ और चौंकाने वाले खुलासे शामिल हैं, जो उसकी अब तक की पूरी सोच को बदल सकते हैं। शो का यह आगामी अध्याय न्याय और बदले की बारीक लकीर को उजागर करता है, जहां मनु को अपने छिपे हुए अतीत का सामना करना होगा और क्या वह अपने माता-पिता की अधूरी लड़ाई को आगे बढ़ाएगी या खुद उसका शिकार बन जाएगी? क्या मनु अपने माता-पिता की सच्चाई को स्वीकार कर पाएगी?
शो में मेघा की भूमिका निभा रही, नेहा राणा कहती हैं “जब मैंने पहली बार मेघा का किरदार निभाया था, तब मुझे नहीं पता था कि वह इस तरह से मेरे साथ रहेगा या मुझे इस तरह से बदल देगा। मेघा को किसी परफेक्ट महिला के रूप में नहीं लिखा गया था, और शायद यही बात उसे मेरे लिए इतना सच्चा बनाती थी। जब मुझे बताया गया कि अब मैं उसकी बेटी मनु का किरदार निभाऊंगी, तो यह किसी रोमांचक चुनौती की तरह लगा। मुझे एक किरदार की भावना को छोड़कर नई भावना को अपनाना पड़ा, इस बार उस लड़की की भावना, जो मेघा की मौजूदगी नहीं, बल्कि उसकी गैर–मौजूदगी से बनी है। यह लीप सिर्फ समय में बदलाव नहीं है, यह जख्मों में, विरासत में, उस दर्द में बदलाव है जो पीढ़ियों से नहीं मिटा है। मनु ने अपने माता–पिता की अधूरी लड़ाई, अपनी मां का गुस्सा, उसका दुःख और सबसे ज़रूरी, उसकी सच्चाई को विरासत में पाया है। दर्शकों के लिए यह अध्याय एक बेहद प्रामाणिक और भावनात्मक तूफान होगा। हां, यह न्याय की बात करता है, लेकिन साथ ही यह अध्याय घावों को भरने की, अपने अतीत के डरों का सामना करने, और उस दर्द को न ढोने की कहानी है जो कभी हमारा था ही नहीं।”
नई शुरुआतों, पुराने ज़ख्मों और सामने आने के इंतज़ार में छिपे धमाकेदार राज़ों के साथ, ‘मेघा बरसेंगे’ एक रोमांचक नए चरण में कदम रखने के लिए तैयार है, जहां हर किरदार को दस साल पहले लिए गए फैसलों के परिणामों का सामना करना होगा।
देखिए ‘मेघा बरसेंगे’ हर रात 6:30 बजे, केवल कलर्स पर।